Dear Friends,
The lead guitarist and the singer of the band has composed a song to present on Independence day 15th August in Poona Club, Camp. He said that he has given a tributr to Mumbai Incident 26/11 through this song. He has taken a lot efforts to compose the song and he hopes that the song will win a lot of applaudes. the song goes like this...
अपना वतन जलाता रहा, हम देखते रहे।
क्यों हुआ? कैसे हुआ? हम सोचते रह.
मजबूर से, नाकाम से, मुँह मोड़ के अंजाम से,
बेशर्म सी यह ज़िन्दगी, कुछ दूर जी लिए।
आओ यही शुरुआत है, ये रात भी सौगात है,
अपने इस जन्नत से वतन को हम आगे ले चले।
इस बार के बरसातों में, हम अपने इन्ही हाथों से,
फिर नया एक जहाँ सोच ले।
झूठ का हम सामना करे सच्चाई से,
हर बुरे का खात्मा करे अच्छाई से,
ये बातें बस युही बातें न रहे,
और हम युही गातें न रहे,
अब यह वक्त भी हर कुछ वक्त के लिए मोहताज है।
आओ यही शुरुआत है, ये रात भी सौगात है,
अपने इस जन्नत से वतन को हम आगे ले चले।
इस बार के बरसातों में , हम अपने इन्ही हाथों से,
फिर नया एक जहाँ सोच ले।
उस भगतसिंह की तरह कई फांसी पर चले,
मिल गई है आज़ादी बड़ी कठिनायीसे
यह आज़ादी युही जीते रहे, आँखें खुली सोते रहे,
और उठ के यूँ, देखा तो क्या?
हम सब शैतान है।
आओ यही शुरुआत है, क्या बुरी यह बात है,
भटके उस राम को, खोये हुए रहीम की तलाश है।
जब हाथों में हो हाथ ये,
चलो लड़हें, हम साथ है,
तो कोई भी दुश्मन भी हम उर नज़र ना जयi जय जय जय।
वंदे मातरम
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